वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-
कानपुर- उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के साढ़ थाना क्षेत्र के लक्ष्मनखेड़ा गांव में घर के बाहर चारपाई पर सो रहे युवक के सिर पर लकड़ी के भारी गुटके से हमला कर हत्या कर दी। पत्नी ने गांव के ही पिता-पुत्र समेत तीन पर 10 हजार रुपये के लेनदेन के विवाद में हत्या करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने पुलिस पर भी सुनवाई न करने का आरोप लगाते हुए शव उठाने से मना कर दिया। डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी व एसडीएम ने हर संभव मदद दिलाने व कार्रवाई का आश्वासन दिया। काफी समझाने के बाद बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। फोरेंसिक टीम और डाग स्क्वाड ने भी पड़ताल की है।
गांव निवासी 32 वर्षीय धीरेंद्र पासवान खुद का ट्रैक्टर चलाता था। घर पर पत्नी रीना, चार साल का बेटा ओनल उर्फ सिंघम व मां चंद्रवती हैं। पत्नी के मुताबिक शनिवार रात धीरेंद्र नशे में घर आया और बाहर पड़ी खटिया पर सो गया।
हत्या कर चादर से ढका गया शव-
रविवार सुबह पत्नी रीना उसे जगाने पहुंची तो होश उड़ गए। चादर हटाते ही धीरेंद्र का रक्त रंजित शव मिला। बिस्तरों पर खून फैला था। धीरेंद्र के सिर पर लकड़ी के भारी गुटके से ताबड़तोड़ वार किए गए थे। रीना ने गांव के ही कीर्ति कुमार उर्फ बड़कऊ, उसके भाई राजू और बेटा रविकुमार पर हत्या करने का आरोप लगाया है।
बताया कि कीर्ति से 10 हजार रुपये का लेनदेन का विवाद था। जिसके चलते झगड़ा भी हुआ था। शिकायत के बाद भी थाना पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। सूचना पर डीसीपी दीपेंद्र नाथ चौधरी, एडीसीपी महेश कुमार पांडेय, एसीपी रंजीत कुमार, नर्वल एसडीएम विवेक मिश्रा व इंस्पेक्टर अवनीश कुमार सिंह मौके पर पहुंचे।
आक्रोशित स्वजन ने शव उठने से मना कर दिया। डीसीपी ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया। एसडीएम ने विधवा पेंशन दिलाने व शासन की ओर अन्य मदद दिलाने के आश्वासन दिया। काफी समझाने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
डीसीपी दक्षिण, दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया-